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कौशांबी में आत्महत्या मामले ने पकड़ा तूल: शव रखकर शांति से धरना दे रहे परिजनों पर पुलिस का लाठीचार्ज, ASP ने वकील को मारा थप्पड़!

कौशांबी जिले में रामबाबू तिवारी की आत्महत्या के बाद शुरू हुआ विवाद अब पुलिस की कार्रवाई के चलते और भड़क गया है।

🛑 कौशांबी में आत्महत्या मामले ने पकड़ा तूल: शव रखकर शांति से धरना दे रहे परिजनों पर पुलिस का लाठीचार्ज, ASP ने वकील को मारा थप्पड़!

कौशांबी, 5 जून 2025
कौशांबी जिले में रामबाबू तिवारी की आत्महत्या के बाद शुरू हुआ विवाद अब पुलिस की कार्रवाई के चलते और भड़क गया है। मृतक के परिजनों और स्थानीय लोगों ने NH-2 पर शव रखकर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन इस शांति प्रदर्शन को पुलिस ने बर्बरता से कुचलने का प्रयास किया।


💥 आरोपियों के नाम पेट पर लिखकर की आत्महत्या!

जानकारी के मुताबिक, मृतक रामबाबू तिवारी ने आत्महत्या से पहले अपने पेट पर आरोपियों के नाम तक लिख डाले थे। यह इस बात का साफ संकेत था कि आत्महत्या से पहले वह किनसे परेशान था।


ASP का वकील को थप्पड़ – कानून की मर्यादा तार-तार

धरने में शामिल हाईकोर्ट के वकील और मृतक के भतीजे आशीष तिवारी को खुद ASP राजेश सिंह ने थप्पड़ जड़ दिया। यह न सिर्फ पुलिस की मनमानी का उदाहरण है बल्कि कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।


🔥 परिजनों का आरोप – ‘पुलिस-सियासी गठजोड़’

मृतक के परिजनों ने कहा:

“बेटा पहले ही झूठे POCSO केस में फंसा दिया गया। अब रामबाबू ने मरकर भी आरोपियों का नाम लिख दिया। लेकिन पुलिस ने न आरोपियों को पकड़ा, न हमारी सुनी। उल्टा शांतिपूर्ण विरोध करने पर लाठीचार्ज कर दिया गया।”


🛑 प्रश्न – क्या यही है ‘जनता की सुरक्षा’?

🔴 पुलिस का दावा – “कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हल्का बल प्रयोग।”
🔴 परिजनों और ग्रामीणों का सवाल – “कानून-व्यवस्था या जनता की आवाज दबाने का हथियार?”
🔴 ASP के थप्पड़ ने वकीलों और आम नागरिकों में रोष की लहर फैला दी है।


🗣️ सवाल जो उठ रहे हैं:

1️⃣ मृतक ने आत्महत्या से पहले साफ तौर पर आरोपियों के नाम लिखे – फिर पुलिस ने अब तक क्यों नहीं की गिरफ्तारी?
2️⃣ क्या पीड़ित परिवार को अपनी बात रखने का भी हक नहीं?
3️⃣ जब हाईकोर्ट के वकील को भी थप्पड़ पड़ सकता है – आम आदमी को न्याय कौन दिलाएगा?
4️⃣ क्या “शांति से धरना देना” भी अपराध है?


🟢 परिजनों की मांग:

✅ आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी।
✅ ASP राजेश सिंह के खिलाफ कार्रवाई।
✅ शांति से विरोध दर्ज कराने के लोकतांत्रिक अधिकार का सम्मान।
✅ पीड़ित परिवार को सुरक्षा और न्याय।


📢 रिपोर्टर: एलिक सिंह

संपादक – वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज़
उत्तर प्रदेश महामंत्री – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📱 8217554083
🌐 www.vandebharatlivetvnews.com

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